जिंदगी अच्छे से जीनी है तो गुरू बनाए
अगर अपनी जिंदगी में सुकून और शांति चाहिए, तो मेरी बात मान ले और गुरू को अपना बना ले। वही आपको भगवत प्राप्ति करा देंगे। आपको हर कदम पर संभालेंगे। वरना आप भटकते रहेंगे। भगवान भी जब भी धरती पर अवतार लिया तो उन्होंने महान ऋषि मुनियों को अपना गुरू माना है। उनसे षिक्षा दीक्षा ली। भगवान श्री राम जी और बांके बिहारी जी श्री कृष्ण जी इसके उदाहरण है।
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जिंदगी अच्छे से जीनी है तो गुरू बनाए
जब मैं यह बात कह रहा हूं कि जिंदगी अच्छे से जीनी है तो गुरू बनाए। तो बहुत से लोग कहते है कि बाबा वाबा के चक्कर में पड़ने का कोई फायदा नहीं है। देखा ना है, कई बाबाओं ने क्या करतूत की।
मैं आपको यह कहना चाहता हूं कि आप वृंदावन के राधा केलि कुंज के महाराज जी के यूट्यूट वीडियो देखे, फिर आप तय करे कि आपको उनको गुरू मानना है या नहीं। मुझे पक्का पता है कि आप उनको जरूर गुरू बनाएंगे, क्यांेकि उनके विचार और वाणी सही राह दिखाते है। मैं यह बात अपने अनुभव से कह रहा हूं।
संत के नाम पर विवादों में आए बाबा के बारे में महाराज जी खुद कहते है कि नकली नोट इसलिए है, क्योंकि असली कही न कही मौजूद है। वह यह भी कहते है कि आप अगर मिठाई दुकान से लेते है और उसे खाते है तो यह तो नहीं देखते कि मिठाईवाले का आचरण कैसा है। आपको मिठाई का स्वाद लेना है, वैसे ही आपको अपने काम की अच्छी बात को पकड़नी है।
अच्छा सद्गुरू कैसे बनाए ?
इस सवाल पर महाराज जी कहते है कि आप भगवान से इसके लिए कहे और उनका भजन करे, आपको वो निष्चित सद्गुरू देव से मिला देंगे। महाराज जी यह अपने निजी अनुभव से यह बात कह रहे है। वह काषी के घाट में रहा करते थे। कृष्ण भक्ति से प्रभावित होकर वृंदावन आए और फिर यही उन्हें उनके सद्गुरू देव मिले।
तो आपको अगर अपनी जिंदगी में सुकून और शांति चाहिए, तो मेरी बात मान ले और गुरू को अपना बना ले। वही आपको भगवत प्राप्ति करा देंगे। आपको हर कदम पर संभालेंगे। वरना आप भटकते रहेंगे। भगवान भी जब भी धरती पर अवतार लिया तो उन्होंने महान ऋषि मुनियों को अपना गुरू माना है। उनसे षिक्षा दीक्षा ली। भगवान श्री राम जी और बांके बिहारी जी श्री कृष्ण जी इसके उदाहरण है।