नौकरी चाकरी करते हुए कैसे करे प्रभु का नाम जप How to chant the name of the Lord while doing a job
स्टेप बाय स्टेप यह रूटीन अपनाए Follow this routine step by step
SPRITUALITY
एक व्यक्ति ने वृन्दावन के राधा केलि कुञ्ज के महाराज जी से सवाल पूछा था कि हमें गृहस्थ धरम में रहते हुए निरंतर नाम जप कैसे करना चाहिए. मैं समझता हूँ कि महाराज जी ने जिस तरह से चरणबद्ध तरीके से जो रूटीन दिया है, उससे हमारी किस्मत एकदम पलट जायेगी. हमारा जीवन अध्यात्म और खर्च-कमाई के मामले में संतुलित हो जाएगा.
महाराज जी के शब्दों में
हमारी प्रभु का नाम जप करने के लिए एक दिनचर्या होनी चाहिए. हमें कुछ समय एकांत में अभ्यास करना है. अगर आप के पास ज्यादा समय नहीं है तो २४ घंटे में २४ मिनट निकाले. आपको आराम से बैठना है, जहाँ नींद ना आये. हमें सारा ध्यान प्रभु के नाम जप पर लगाना है.
उस समय आप ये भूल जाए की आप कौन हैं, क्या करते हो, कहाँ जाना है। ये २४ मिनट आप प्रभु को दो.
मन उकसायेगा। मन की मत सुनो. आप मन को कहो कि हम केवल २४ मिनट तुम से सहयोग चाहते है.
२४ मिनट भजन आपको २४ घंटे की शक्ति देगा.
ये बड़ा कठिन है. क्योंकि आपका मन इन २४ मिनट में २४ घंटे की पूरी गतिविधियों का हिसाब लगाएगा- कहाँ जाना है, क्या करना हैं. ये मन का स्वभाव है. आप बार बार प्रयास से उसे काटे. आप अभ्यास के जरिये मन को नाम में लगाए.
अब उसके बाद आप नौकरी या व्यापार में जाते है. आप अपने खान पान को प्रभु को समर्पित करो. यदि आपकी सुबह ८ बजे से रात ८ बजे का ड्यूटी टाइम है. आप अपना काम ईमानदारी से कीजिये. आप अपने काम में खूब मेहनत करे. इस बीच आप को जब समय मिले आप राधा नाम जापे. अगर हो सके तो हर १० मिनट में एक बार राधा नाम ले.
इसके बाद जब हम अपने कार्यस्थल से चले तो हमें सुबह ८ बजे से रात ८ बजे का पूरा समय प्रभु को समर्पित करना है. हमें प्रभु को हाथ जोड़कर कहना है- "हे प्रभु मेरी सेवा और सुमिरन में कोई त्रुटि हुई, तो मुझे क्षमा कीजिए। मैं यह समय आपके चरणों में समर्पित करता हूँ."
ध्यान रहे कि आप जो कर्म समर्पित करे, वो पापाचरण नहीं होने चाहिए.
आप इस समर्पण और अभ्यास के परिणामस्वरूप निरंतर नाम जाप करने लग जायेंगे. आपको नाम जपने की जरुरत नहीं पड़ेगी, स्वाभाविक जप होने लगेगा. हमारा सांसारिक चीजों में इतना राग है कि एकाग्रता होने में कठिनाई आती है. लेकिन ये असंभव भी नहीं है. हमें घबराना नहीं है.
महाराज जी का ये वीडियो भजन मार्ग यू टूब चैनल पर १ अगस्त, २०२३ को रिलीज हुआ था. आपको महाराज जी की वाणी में विस्तार से जानकारी मिलेगी. वीडियो का हैडिंग था- ग्रहस्थ जीवन मे कैसे निरंतर जप कर सकते हैं ?
Please see Maharaj ji video on Bhajan marg youtube channel
This way your luck will change, follow this routine step by step
A person had asked a question to Maharaj ji of Radha Keli Kunj of Vrindavan that how should we chant the name continuously while living in Grihastha Dharam. I understand that the way Maharaj ji has given us the routine in a step by step manner, our fortunes will completely turn around. Our life will be balanced in terms of spirituality and expenditure-earnings.
In the words of Maharaj ji
We should have a routine for chanting the name of the Lord. We have to practice in solitude for some time. If you do not have much time, then take out 24 minutes in 24 hours. You have to sit comfortably, where sleep does not come. We have to concentrate all our attention on chanting the name of the Lord.
At that time you forget who you are, what you do, where you are going. You give these 24 minutes to the Lord.
The mind will provoke. Don't listen to your mind. Tell your mind that we want cooperation from you only for 24 minutes.
24 minute bhajan will give you 24 hours power.
This is very difficult. Because your mind will calculate the whole activities of 24 hours in these 24 minutes – where to go, what to do. This is the nature of the mind. You cut it with repeated attempts. You engage your mind in the name through practice.
Now after that you go to job or business. Dedicate your food and drink to the Lord. If your duty time is from 8 am to 8 pm. You do your work honestly. You work hard in your work. Meanwhile, whenever you get time, chant the name of Radha. If possible, chant the name of Radha once in every 10 minutes.
After this, when we leave our work place, we have to dedicate the whole time from 8 am to 8 pm to GOD. We have to say to the Lord with folded hands- "O Lord, forgive me if there is any mistake in my service and remembrance. I dedicate this time at your feet."
Keep in mind that the work you dedicate should not be sinful.
As a result of this dedication and practice, you will start chanting the name continuously. You will not need to chant the name, chanting will happen naturally. We are so attached to worldly things that it becomes difficult to concentrate. But it is not impossible either. We don't have to worry.
This video of Maharaj Ji was released on Bhajan Marg YouTube channel on August 1, 2023. You will get detailed information in Maharaj ji's speech. The heading of the video was - How can one chant continuously in a householder's life?