एक संकरी गली से दुनिया को बुद्धि शुद्ध करने का संदेश देते एक महाराज जी

Inside Story of Maharaj ji

SPRITUALITY

Dheeraj Kanojia

3/17/20241 min read

वृंदावन परिक्रमा मार्ग, वराह घाट पर एक है श्री हित राधा केलि कुंज। मैं फरवरी 2023 की शुरुआत में पहली बार जब यहां गया था, तो बहुत मुश्किल से पहुंचा था, क्योंकि बहुत कम लोगों को यहां के बारे में पता था। कुछ ई-रिक्शा वालों को ही बिल्कुल ठीक से यहां का पता था। जिस होटल में ठहरा था, उनको भक्ति वेदांत अस्पताल के बारे में पता था, क्योंकि महाराज जी का आश्रम ठीक इसके सामने है। पर आश्रम के बारे में सही से पता नहीं था।

फिर मार्च में दोबारा गया था तब तक वहां बहुत भीड़ बढ़ चुकी थी। महाराज जी के यूट्यूब पर वीडियो संदेश काफी लोगों तक पहुंच चुके थे। दरअसल, विराट कोहली और उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा 2023 जनवरी में यहां पहुंचे थे। यह वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो में महाराज जी के परिकर कह रहे है कि महाराज जी फिल्म अभिनेत्री आपके सत्संग सुनती है।

महाराज जी के यूट्यूब में वीडियो 2023 से शायद कई साल पहले से आ रहे है। उनके वीडियो में दिखने वाले कई बहुत पुराने परिकर भी महाराज जी के यूट्यूब पर वीडियो देखकर ही उनसे जुड़े है। विराट कोहली के वहां जाने के बाद वह दुनियाभर में सबकी नजरों में आए है। लेकिन वृंदावन और मथुरा में वह अपने प्रवचनों से पहले ही बहुत लोगों को जिन्दगी सही दिशा दिखा चुके है। उनके चार पांच साल पुराने वीडियो में भी बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ उनके सत्संग में देखी जा सकती है। जब उनका आश्रम वृंदावन धाम में ही हितधाम मदन टेर में था।

अब श्रीजी ने हम लोगों पर कुछ ऐसी कृपा की कि हमें भी उनकी महिमा का पता चल पाया। मेरे जैसे बहुत से लोग पिछले एक साल में महाराज जी के असरदार प्रवचन सुन कर प्रभावित हुए हैं।

आश्रम छोटा, भक्तों की भारी भीड़

महाराज जी के वीडियो स्क्रीन देखकर भले वहां की व्यवस्था बहुत भव्य और सजावटी भरी लगती है, लेकिन उनका आश्रम लगभग 20 फुट गली में एक रिहायशी मोहल्ले में बना हुआ है, जहां बहुत से बिल्डर फ्लैट बने हुए है। महाराज जी के भक्त बहुत तेजी से बढ़ रहे है और जगह बहुत छोटी है। कुछ सीमित संख्या में ही लोग उनके सत्संग, कीर्तन और एकांतिक वार्तालाप व दर्शन का लाभ उठा पाते हैं। ज्यादातर लोग रात ढाई बजे जब वह रोजाना अपने निवास स्थान से पैदल चलकर आश्रम की ओर आते है तो 2 किलोमीटर की इस दूरी में हजारों भक्त उनके मिनट भर के दर्शन का लाभ उठा पाते हैं।

आश्रम की जगह छोटी होने की वजह से रोजना सैंकड़ों भक्तों को खाली हाथ लौटना पड़ता है, कुछ लोगों को ही हॉल में सत्संग, कीर्तन में महाराज जी के सामने बैठने का टोकन मिल पाता है। बाकी लोगों को बाहर गली में बैठकर टीवी पर सत्संग देखना पड़ता है। अगर कई बार बारिश आती है तो बगल में गौतम ऋषि आश्रम में भक्तों के बैठने की व्यवस्था की जाती है लेकिन कई बार वहां भी पहले से ही कोई अन्य कार्यक्रम होने की वजह से महाराज जी के परिकरों द्वारा भक्तों को मजबूरी में बोलना पड़ता है कि उनके पास व्यवस्था नहीं है इसलिए प्रार्थना है कि आप अपनी अपनी दिनचर्या में वापस लौट जाए। भक्तों की भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए महाराज जी के परिकरों की व्यवस्था बहुत अच्छी है। शुरू में टोकन व्यवस्था नहीं थी। इसलिए भक्त सुबह सवा चार बजे के सत्संग के लिए शाम से ही लाइन लगाकर बैठ जाते थे। अब एक दिन पहले ही सत्संग और कीर्तन का टोकन लेने के लिए रोजाना सुबह नौ बजे से लाइन लगती है।

महाराज जी के परिकर और स्वयंसेवी भक्तों के लिए भी इतनी भारी भीड़ को संभालना बहुत चुनौती भरा है लेकिन जब भी वे बहुत अच्छे से पूरी व्यवस्था को संभालते है। उनको कोटि कोटि नमन। महाराज जी कई बार अपने परिकरों को कह चुके है कि वह सभी भक्तों से अच्छे से पेश आए, क्योंकि उनके आचरण की वजह से ही उनकी छवि निर्भर हैं।

दान की कोई मांग नहीं

मुझे यह बात भी बहुत आकर्षक लगती है कि आपको यहां कई दान आदि की व्यवस्था नहीं मिलेगी। आश्रम के अंदर बाहर हो या फिर वीडियो में कोई बैंक अकाउंट नंबर आदि देखने को नहीं मिलेगा। महाराज जी खुद इस बारे में कहते है कि श्रीजी व्यवस्था कर रही है और अच्छे से कर रही है। वो यह भी कहते है कि हमें कोई अधर्म का पैसा नहीं चाहिए।

रोजना सुबह कीर्तन के बाद जब आप आश्रम में श्रीजी और युगल सरकार के दर्शन करते है तो वहां आप पैसे रख सकते है, वो भी उनके परिकर इतना जल्दी जल्दी करते है कि आपको कई बार इसका भी मौका नहीं मिलता। यानी कि उनको किसी के दान आदि से कोई उम्मीद नहीं है और उन्होंने एकमात्र आश्रय प्रभु का ले रखा है। महाराज जी हमें भी कहते है कि तुम एक बार उनके होके तो देखो फिर देखना कैसे वो तुम्हारा ख्याल रखते हैं।

धार्मिक टीवी चैनलों पर कोई प्रसारण नहीं

महाराज जी का आस्था, साधना आदि किसी धार्मिक चैनल पर कोई कार्यक्रम नहीं आता। उनके परिकरों ने यूट्यूब पर पांच से छह चैनल बनाए है। भजन मार्ग यूट्यूब चैनल पर उनके एकांतिक वार्तालाप, हितराधा कृपा पर उनके सत्संग आते हैं। साधन पथ, वृंदावन रास महिमा और गुरू कृपा केवलम चैनलों में अन्य गतिविधियां आती हैं। श्रीजी की कृपा से उनका आकर्षण ही इतना व्यापक है कि उन्हें किसी टीवी चैनल की जरूरत ही नहीं है।

अपने निजी अनुभव के आधार पर ही एक एक प्रवचन

महाराज जी प्रवचन की हर एक बात वह अपने निजी अनुभव के आधार पर बोलते हैं। उन्होंने जीवन के बहुत उतार चढ़ाव देखे। एक समय उनको वृंदावन में रहने के लिए वास नहीं मिल रही था। वह विकल हो गए थे। जहां वह कभी वास करते थे, वहां कुछ लोगों ने उनका अपमान करके बाहर निकाला था। वह यह बात खुद बताते है। वृंदावन में ही उनको डॉक्टरों से पता लगा कि उनकी दोनों किडनियां खराब है और कुछ समय में ही उनकी मृत्यु हो सकती है, वह भी निराष हो गए थे लेकिन उनका श्रीजी पर विष्वास नहीं हटा। वह अपने अनुभवों के आधार पर ही कहते है कि हम लोग विपदा आने पर घबरा जाते है और प्रभु पर अश्रद्धा करने लगते है, ऐसा ना करो। उस पर विश्वास करो। उसका एकमात्र आश्रय लोे। प्रभु सब ठीक कर देंगे।

जैसे कभी उनसे कोई अपनी शादी, नौकरी आदि के बारे में प्रश्न पूछता है तो वह कहते है कि वह इस चैप्टर में कभी गए नहीं, इसलिए उनको इसका अनुभव नहीं है लेकिन वह श्रीजी की कृपा से शास्त्रों के अध्ययन और आध्यातिमक शक्ति के आधार पर लोगों को सही मार्ग दिखाते है।

आप भी उनका सान्निध्य चाहते हैं तो उनके यूट्यूब चैनलों से जुड़े और उनके मोबाइल एप ‘राधा केलि कुंज’ 'radh keli kunj' को डाउनलोड करें। उनकी वृंदावन रास महिमा एक वेबसाइट है, जबकि उनकी अंग्रेजी में उनके प्रवचन पढ़ने के लिए हितप्रेमानंदरपमहाराजडॉटकॉम hitpremanandjimaharaj.com साइट पर जाएं।