जज के घर के नोट का मामला - जब हाई कोर्ट के जज को महाराज ने कही यह बड़ी बात
The case of the note in the judge's house - when the Maharaj said this big thing to the High Court judge
SPRITUALITY


जज के घर के नोट का मामला
जब हाई कोर्ट के जज को महाराज ने कही यह बड़ी बात
आप लोगों ने जज कैश कांड के बारे में सुना ही होगा. इस मामले से देश की अदालतों में भ्रष्टाचार की बात फिर सामने आई है. महाराज जी के पास देश के कई जज मिलने आते रहते हैं. कोर्ट् में करप्शन के मुद्दे पर पूज्य महाराज जी के प्रवचन को सुनकर न्याय व्यवस्था, सरकार, प्रशासन और पुलिस को चलाने वाले लोगो को चेतना होगा. महाराज जी से पिछले दिनों राजस्थान हाई कोर्ट के एक जज मिले थे. हमें लगा कि उस दौरान महाराज जी ने जो अनमोल प्रवचन किये थे, वो पेश किये जाए ताकि रिश्वत लेने और देने वाले लोग कुछ तो समझ सके कि वो गलत काम करके दूसरों का नहीं बल्कि अपने साथ ही गलत कर रहे हैं.
आइये सुनते हैं जज साहब को पूज्य महाराज जी ने क्या बात कही
हमारी यही प्रार्थना है कि हमको बड़े न्यायाधीश (भगवान्) के पास पहुंचना है। हमें अपने प्रभु के पास जाना है। धीरे-धीरे समय हमारा आ रहा है, तो नाम जप छूट ना पाए.
महाराज जी ने जज साहब को बोला, आप नाम जप करते हैं.
जज साहब ने बोला हां.
महाराज जी- भगवान का नाम जप करते रहिए और अगर अपराध साबित है तो कभी भी किसी भी प्रकार से धर्म के न्याय में त्रुटि न कीजिए. उसमें चाहे कोई कितना पावर लगा दे तो बखसना नहीं है.
अगर ऐसा लगता है कि हमें प्रमाण से सिद्ध नहीं हो पाया, तो बात अलग है.
ऐसा काम ना करे जो बड़े न्यायधीश के सामने साबित ना कर पाए
क्या होता है जब हम किसी दबाव में आ जाते हैं, अर्थ के दबाव में या किसी व्यक्ति के दबाव में. किसी पद के दबाव में तो हमारे द्वारा कुछ ऐसा कार्य न बने जिससे हमें जो सौभाग्य मिला है वह सौभाग्य को बड़े न्यायाधीश के पास जाने पर हम साबित ना कर पाए.
हम निरंतर धर्म युक्त चले और भगवत प्रण रहे तो सच्ची बात है, यह जीवन केवल भगवत प्राप्त के लिए है.
अगर भगवान मिल गए तो हमारी बात बन गई, बार-बार जन्म होना, बार-बार क्लेशों में फंसना बहुत कष्टकारी है.
धर्म से चलना और भगवत नाम करते रहना और अंदर से प्रभु से प्रार्थना करते रहना कि प्रभु मेरी कलम में आप सामने बैठ करके सत्य का निर्णय करवाना, कभी हमसे कोई अपराध न हो पाए, ऐसा ही भगवान से प्रार्थना करना.
----------------