जल्दी जल्दी लोन लेने से क्या credit स्कोर पर असर पड़ता है.

यह लेख TransUnion CIBIL के एमडी और सीईओ, भावेश जैन के हवाले से बताता है कि केवल आपके द्वारा लिए गए लोन की राशि ही नहीं, बल्कि लोन लेने की गति (यानी कितनी जल्दी-जल्दी आप लोन लेते हैं) भी आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करती है। यह जानकारी उन लोगों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, जो अपने क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाए रखना चाहते हैं या भविष्य में लोन लेने की योजना बना रहे हैं।

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6/2/20251 min read

परिचय

आज के समय में फाइनेंशियल प्लानिंग और क्रेडिट स्कोर का सीधा संबंध है। जब भी हम लोन लेते हैं, तो अक्सर हमारा ध्यान केवल लोन की राशि और समय पर भुगतान पर होता है। लेकिन ट्रांसयूनियन सिबिल के एमडी और सीईओ, भावेश जैन के अनुसार, यह देखना भी जरूरी है कि आप कितनी जल्दी-जल्दी लोन ले रहे हैं। यह भी आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करता है।

क्रेडिट स्कोर क्या है?

क्रेडिट स्कोर एक थ्री-डिजिट नंबर होता है, जो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री और व्यवहार के आधार पर तय किया जाता है। यह स्कोर 300 से 900 के बीच होता है। जितना अधिक स्कोर, उतनी ही ज्यादा आपकी क्रेडिटवर्थिनेस।

लोन की राशि बनाम लोन लेने की गति

अधिकांश लोग मानते हैं कि सिर्फ लोन की राशि ही क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करती है। हालांकि, भावेश जैन के अनुसार, लोन लेने की आवृत्ति और गति भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। यदि कोई व्यक्ति कम समय में कई लोन लेता है या बार-बार लोन के लिए अप्लाई करता है, तो यह संकेत देता है कि उसे बार-बार पैसों की जरूरत पड़ रही है। इससे क्रेडिट ब्यूरो को यह संकेत मिलता है कि व्यक्ति की वित्तीय स्थिति अस्थिर हो सकती है।

लोन लेने की गति का असर कैसे पड़ता है?

  • फ्रिक्वेंट इनक्वायरी: जब भी आप लोन के लिए अप्लाई करते हैं, बैंक या फाइनेंशियल इंस्टिट्यूट्स आपकी क्रेडिट रिपोर्ट चेक करते हैं। इसे 'हार्ड इनक्वायरी' कहते हैं। ज्यादा हार्ड इनक्वायरी से स्कोर गिर सकता है।

  • कई लोन एक साथ: अगर आप कम समय में कई लोन ले लेते हैं, तो यह दर्शाता है कि आप फाइनेंशियली स्ट्रेस में हैं।

  • क्रेडिट हंगर: बार-बार लोन लेने की प्रवृत्ति को 'क्रेडिट हंगर' कहा जाता है। इससे बैंक को लगता है कि आप रिस्की कस्टमर हैं।

कैसे रखें लोन लेने की गति को कंट्रोल में?

  • जरूरत के अनुसार ही लोन लें: बिना जरूरत के लोन न लें।

  • लोन चुकता करने के बाद ही नया लोन लें: एक लोन खत्म होने के बाद ही दूसरा लोन लें।

  • फाइनेंशियल प्लानिंग करें: अपने खर्चों और इनकम का संतुलन बनाएं।

  • इनक्वायरी कम करें: बार-बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई न करें।

क्रेडिट स्कोर सुधारने के अन्य उपाय

  • समय पर लोन की EMI और क्रेडिट कार्ड बिल चुकाएं।

  • क्रेडिट लिमिट का 30% से अधिक उपयोग न करें।

  • पुरानी क्रेडिट हिस्ट्री को बनाए रखें।

  • गलत जानकारी को तुरंत सही करवाएं।

लोन के प्रकार और उनका प्रभाव

लोन का प्रकारप्रभाव (Impact)पर्सनल लोनज्यादा हार्ड इनक्वायरी, स्कोर पर असरहोम लोनलंबी अवधि, समय पर भुगतान जरूरीक्रेडिट कार्डहाई यूटिलाइजेशन से स्कोर घट सकता हैऑटो लोनसमय पर भुगतान, स्कोर पर अच्छा असर

भविष्य की योजनाओं में मदद

अगर आप भविष्य में होम लोन, एजुकेशन लोन या बिजनेस लोन लेने की सोच रहे हैं, तो आपको अपने क्रेडिट स्कोर का ध्यान रखना चाहिए। लोन लेने की गति को नियंत्रित करके आप अपने स्कोर को बेहतर बना सकते हैं, जिससे आपको बेहतर ब्याज दर और लोन अप्रूवल में आसानी मिलेगी।

विशेषज्ञ की सलाह

भावेश जैन के अनुसार, "क्रेडिट स्कोर केवल आपके द्वारा लिए गए लोन की राशि पर निर्भर नहीं करता, बल्कि इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप कितनी जल्दी-जल्दी लोन लेते हैं। फाइनेंशियल डिसिप्लिन और प्लानिंग से ही आप अच्छा स्कोर बना सकते हैं।"

निष्कर्ष

लोन लेना आज के समय में आम बात है, लेकिन लोन लेने की आदत और उसकी गति आपके क्रेडिट स्कोर को सीधे प्रभावित करती है। अगर आप फाइनेंशियली मजबूत रहना चाहते हैं और भविष्य में किसी भी बड़े फाइनेंशियल फैसले को आसान बनाना चाहते हैं, तो लोन लेने की गति पर नियंत्रण रखें और फाइनेंशियल डिसिप्लिन अपनाएं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

1. क्या बार-बार लोन के लिए अप्लाई करने से स्कोर गिरता है?
हाँ, बार-बार लोन के लिए अप्लाई करने से हार्ड इनक्वायरी बढ़ती है, जिससे स्कोर गिर सकता है।

2. एक साथ दो लोन लेना सही है?
अगर जरूरत हो तो ले सकते हैं, लेकिन बार-बार ऐसा करना स्कोर के लिए ठीक नहीं।

3. क्रेडिट स्कोर सुधारने में कितना समय लगता है?
यह आपकी फाइनेंशियल आदतों पर निर्भर करता है। आमतौर पर 6-12 महीने में सुधार देखा जा सकता है।

स्रोत:
ECONOMIC TIMES.COM यह लेख भावेश जैन, एमडी & सीईओ, ट्रांसयूनियन सिबिल के विचारों पर आधारित है।