If you are suffering from any disease then definitely read it! किसी भी रोग से परेशान हैं तो जरुर सुनें !

Solution to avoid worrying about any disease

SPRITUALITY

Dheeraj Kanojia

11/15/20233 min read

महाराज जी से प्रश्न

राधा वल्लभ श्री हरिवंश महाराज जी, मैं आपके दिए हुए नाम जप राधावल्लभ श्री हरिवंश का जप शुरू कर दिया है। महाराज जी मेरे अंदर मेरी बीमारी, हाई ब्लड प्रेशर का विचार मुझे पल पल भयभीत करता है।

पूज्य महाराज जी का जवाब

हमारे खुद के शरीर में कितनी परेशानियाँ है. हम तुम्हें परेशान नजर आ रहे हैं। हमारी दोनों किडनी खराब है. चार दिन हो गए होंगे, दस मिनट भी नींद नहीं आई।

आप राधा राधा (नाम जाप) टेबलेट लो, आनंद आ जाएगा. राधावल्लभ जी का नाम ले. डट के नाम जाप करे. थोडी भी देर का अंतर ना हो फिर देखो उसका कमाल.

हमें खुद को नींद नहीं आ रही है और परेशानी इतनी कि अगर हम कोई प्रभु का पद गाना चाहते हैं तो ऐसा लगता है जैसे खोपड़ी फट रही हो. हमारा किडनी गुर्दा खराब, पूरा सिस्टम खराब लेकिन एक विशेष आनंद एक विशेष सुख है. क्या हम आपको डिप्रेशन में दिखाई दे रहे है.

हम पूर्ण स्वस्थ है और ये शरीर अस्वस्थ है और अस्वस्थ ही रहेगा, इसे (शरीर) एक दिन मर जाना है। लेकिन मैं पूर्ण स्वस्थ रहूँगा। आनंद ही आनंद है। ऐसी आनंद की तरफ जुडने के लिए आप संतो से मिले हो.

तीन चीजें अवश्य करो

महाराज जी कहते है, शुगर हो गयी तो क्या हुआ, कोई परेशानी की बात नहीं।

1.राधा राधा राधा नाम जप करो.

2. उचित भोजन करो

3. समय से व्यायाम करो

अभी प्राण निकल जाए तो क्या परेशानी है? प्रभु का स्मरण करते हुए अभी प्राण निकल जाए तो मुझे हजार वर्ष जीने की आकांक्षा क्यों?

हम लोग मृत्यु से इसलिए डरते है.....

हम लोग मृत्यु से इतना भयभीत इसलिए है क्योंकि हमारी तैयारी नहीं है. हम अगर मृत्यु की तैयारी कर ले तो कोई डर नहीं लगेगा. हमें मरने के बाद कहाँ जाना है कोई पता नहीं है। हमने शरीर से इतना प्यार कर लिया है. उसमें बीमारी लग रही है. शरीर छोडने की तैयारी कर रहा है और आप डिप्रेशन में हो रहे हो.

अरे सबको मरना है, आज नहीं तो कल मरना है. हमें ये शरीर छोडना है, ये दिमाग में बैठा लो, अभी आनंदित हो जाओगे। हम अविनाशी (भगवान्) के बच्चे है. हमने अविनाशी ( प्रभु) से प्यार नहीं किया। हमें यही (धरती) पर जो करना था वो (भजन) किया नहीं जो नहीं करना था (बिमारी की चिंता) वो कर लिया इसलिए परेशान हो, जो करना है (निरंतर भजन) वो कर डालो अगर निर्भय ना हो जाए तो बताना.

आप संबंध प्रभु से स्वीकार कर लो छाती चौडी करके बोलोगे हमने सही कहा. हम सच्ची कह रहे हैं हमें कितनी परेशानियां है, अगर रिपोर्ट देखोगे तो पूरा सिस्टम खराब है. पर परम आनंद है.

मस्ती से रहो, आनंद से रहो, प्यारी जू का गुणगान करो, चौड़ी छाती करके चलो, राधावल्लभ श्री हरिवंश करो,

बीमारी का चिंतन करके उसका साथ दे रहे हो

आप परेशान होकर चिंता करके बीमारी का सहयोग कर रहे हो, उसका चिंतन नहीं करना है. ब्लड प्रेशर को सहयोग देना छोड़ो. अभी आनंदित हो जाओगे.

हमें मन में यह सोचना है

हम लोग माया के चक्कर में फंसे है. हमारा अभी चिंतन ठीक हो जाए तो आनंद ही आनंद है. हमारी ये चिकनी चमडी जलेगी नष्ट होगी, यह शरीर कर्म के अनुसार सड़ेगा. इसलिए अभी से से क्यों चिंतित हो. आप प्रभु के चरणों का स्मरण करते रहो. थोडी थोडी देर में इतनी बात मन में लाते रहो मैं प्रभु की शरण में हूँ मैं प्रभु की शरण में हूँ यह सोचते रहो. इतने से सब बात बन जाएगी. आप हृदय में धारण कर ले मैं प्रभु का हूँ प्रभु मेरे हैं मैं प्रभु का मैं लाडली जू का हूँ. मैं श्यामाजी का हूँ. फिर आप इसका परिणाम देखना.

Question to Maharaj Ji

Radha Vallabh Shri Harivansh Maharaj Ji, I have started chanting the name given by you, Radhavallabh Shri Harivansh. Maharaj ji, the thought of my illness and high blood pressure scares me every moment.

Respected Maharaj Ji's answer

How many problems are there in my own body? i look worried to you. Both our kidneys are bad. It must have been four days, I didn't sleep even for ten minutes.

You take Radha Radha (chanting name) tablet, you will feel happy. Take the name of Radhavallabh ji. Chant the name of God. There should not be a gap of even a little time and then see the wonder.

i find himself unable to sleep and the problem is so much that if i want to sing any verse of the Lord, it feels as if our skull is bursting. Our kidney is bad, the whole system is bad but a special pleasure is a special pleasure. Do we look depressed?

We are completely healthy and this body is unhealthy and will remain unhealthy, it (body) has to die one day. But I will remain completely healthy. Happiness is happiness. To join the path of such bliss, you have met saints.

Must do three things

Maharaj ji says, what if there is sugar, there is no problem.

1. Chant the name Radha Radha Radha.

2. Eat proper food

3. Exercise on time

What is the problem if one dies now? If I die now remembering God, then why should I aspire to live a thousand years?

We are afraid of death because...

We are so afraid of death because we are not prepared. If we prepare for death then there will be no fear. We have no idea where we go after death. We have fallen in love with the body so much. He seems to be ill. The body is preparing to leave and you are becoming depressed.

Hey everyone has to die, if not today then tomorrow. We have to leave this body, keep this in mind, you will be happy right now. We are children of the indestructible (God). We did not love the indestructible (Lord). What we had to do on this earth (bhajan), we did not do. What we should not have done (worry about illness), we did it, that is why you are worried, do what you have to do (continuous bhajan), if you do not become fearless, then tell us.

You accept the relationship with God and say with a broad chest, we said it right. We are telling the truth, we have so many problems, if you see the report then the whole system is bad. But there is ultimate joy.

Live with fun, live with joy, sing praises of the beloved Zoo, walk with a broad chest, do Radha Vallabh Shri Harivansh,

You are supporting the disease by thinking about it.

By being worried and worried, you are helping the disease, you should not think about it. Stop supporting blood pressure. You will be happy right now.

We have to think this in mind

We are trapped in the illusion. If our thinking is right then happiness is happiness. This smooth skin of ours will burn and be destroyed, this body will rot according to the karma. So why worry right now? You keep remembering the feet of the Lord. Keep thinking this thing in your mind every little while, I am in the shelter of God, I am in the shelter of God. With this everything will be resolved. You should bear it in your heart that I belong to the Lord, the Lord is mine, I belong to the Lord and I belong to you dearly. I belong to Shyamji. Then you see its result.