प्रश्न - पुत्र-पुत्री के विवाह के लिये माता-पिता को क्या करना चाहिये ? माता पिता का मार्गदर्शन

Question - What should parents do for the marriage of their son and daughter? Guidance of parents

SPRITUALITY

स्वामी रामसुख दास जी, Geeta Press book ''गृहस्थमें कैसे रहें ?'' से यह लेख पेश

5/22/20251 min read

जैसा भाग्य होगा, वैसा ही होगा

मुख्य बात तो यह है कि पुत्र और पुत्रीका जैसा भाग्य होगा, वैसा ही होगा।

वधु ढूँढ़ते समय प्रमुख सावधानियां

परन्तु माता-पिताका कर्तव्य है कि यदि पुत्रका विवाह करना हो तो लड़कीका स्वभाव देखना चाहिये; क्योंकि उम्रभर उससे काम पड़ेगा। उसके शरीरमें कोई भयंकर रोग न हो, उसकी माँ का स्वभाव ठीक हो आदि जितनी जाँच कर सकें, करनी चाहिये।

वर ढूँढ़ते समय प्रमुख सावधानियां

यदि कन्याका विवाह करना हो तो घर भी अच्छा हो, वर भी अच्छा हो, उसमें योग्यता भी हो आदि बातोंका विचार करके ही अपनी कन्या देनी चाहिये। शास्त्रमें वरके विषयमें सात बातें देखनेके लिये कहा गया है-

कुलं च शीलं च वपुर्यशश्च विद्यां च वित्तं च सनाथतां च।

एतान्गुणान्सप्त परीक्ष्य देया कन्याबुधैःशेषमचिन्तनीयम्।।

'वरके कुल, शील, शरीर, यश, विद्या, धन और सनाथत (बड़े लोगोंका सहारा) - इन सात गुणोंकी परीक्षा करके अपनी कन्या देनी चाहिये। वास्तवमें वर अच्छा हो और वरकी माँ अच्छी हो तो वहीं कन्या सुखसे रहती है।

कन्या का विवाह पास में करे या दूर

कन्याको एकदम नजदीक भी नहीं देना चाहिये और बहुत दूर भी नहीं देना चाहिये; क्योंकि नजदीक देनेसे खटपट ज्यादा हो सकती है* और दूर देनेसे कन्याका माँ बापसे मिलना कठिन होता है।

तात्पर्य है कि अपनी सन्तान सुख पाये, वह सुख-सुविधासे रहे, उसको किसी तरहका कष्ट न हो और वंशकी वृद्धि हो- ऐसे भावसे सन्तान का विवाह करे।

* नजदीक होनेसे वह लड़की अपने प्रत्येक दुःखकी बात आकर अपनी माँसे कह देगी और माँ उस बातको सहन न करके लड़कीकी सास आदिसे कोई ऐसी बात कह देगी, जिससे लड़कीके ससुरालमें खटपट हो जायगी। लड़कीको भी चाहिये कि वह अपने दुःखकी बात किसीसे भी न कहे, प्रत्युत घरकी बात घरमें ही रखे, नहीं तो उसकी अपनी ही बेइज्जती होगी, उसपर ही आफत आयेगी; जहाँ उसको रात-दिन रहना है, वहीं अशान्ति हो जायगी

यह लेख गीता प्रेस की मशहूर पुस्तक "गृहस्थ कैसे रहे ?" से लिया गया है. पुस्तक में विचार स्वामी रामसुख दास जी के है. एक गृहस्थ के लिए यह पुस्तक बहुत मददगार है, गीता प्रेस की वेबसाइट से यह पुस्तक ली जा सकती है. अमेजन और फ्लिप्कार्ट ऑनलाइन साईट पर भी चेक कर सकते है.