3.5% रेमिटेंस टैक्स: अमेरिका से भारत पैसे भेजना अब महंगा, एनआरआई क्या करें?

Learn about the new 3.5% US remittance tax on money transfers to India, its impact on NRIs, and expert strategies to save tax and manage remittances effectively.

FINANCE

KAISECHALE.COM

5/29/20251 min read

अमेरिका से भारत पैसे भेजने पर 3.5% टैक्स: एनआरआई के लिए नई चुनौती

क्या है नया 3.5% रेमिटेंस टैक्स?

2025 में अमेरिका ने एक नया बिल पास किया है—‘One Big Beautiful Bill’—जिसमें गैर-अमेरिकी नागरिकों (Non-US Citizens) द्वारा विदेश भेजे जाने वाले पैसों पर 3.5% एक्साइज टैक्स लगाने का प्रावधान है। पहले यह टैक्स 5% प्रस्तावित था, जिसे अब घटाकर 3.5% कर दिया गया है। इस टैक्स का सीधा असर उन भारतीय प्रवासियों (NRIs, H-1B, L-1, F-1 वीजा होल्डर्स, ग्रीन कार्ड होल्डर्स) पर पड़ेगा, जो अमेरिका से भारत अपने परिवार, शिक्षा, निवेश या अन्य जरूरतों के लिए नियमित रूप से पैसे भेजते हैं।

किसे देना होगा टैक्स?

  • गैर-अमेरिकी नागरिक: H-1B, L-1, F-1 वीजा होल्डर, ग्रीन कार्ड होल्डर, स्टूडेंट्स

  • अमेरिकी नागरिक: टैक्स से छूट, लेकिन यदि टैक्स कटता है तो टैक्स फाइलिंग के समय क्रेडिट मिल सकता है358

  • सीमा: हर रेमिटेंस पर 3.5% टैक्स, कोई न्यूनतम सीमा नहीं58

टैक्स का असर कितना बड़ा?

  • भारत को मिलने वाली रेमिटेंस: 2024 में भारत को कुल $129 अरब डॉलर की रेमिटेंस मिली, जिसमें से 28% (लगभग $32 अरब) अमेरिका से आई4568

  • संभावित असर: GTRI के अनुसार, 3.5% टैक्स से भारत को हर साल 10-15% तक रेमिटेंस कम मिल सकती है, यानी $12-18 अरब डॉलर की कमी46

  • व्यक्तिगत स्तर पर: $10,000 भेजने पर पहले $500 (5%) कटता था, अब $350 (3.5%) कटेगा—यानी हर ट्रांजेक्शन में ₹12,000 की बचत, लेकिन फिर भी बड़ा नुकसान6

क्यों लगाया गया टैक्स?

  • अमेरिकी सरकार का उद्देश्य: ट्रांसफर पर टैक्स लगाकर राजस्व बढ़ाना, अवैध मनी फ्लो रोकना, और इमिग्रेशन पर नियंत्रण4568

  • किस पर लागू: सभी नॉन-सिटिजन रेमिटर्स—चाहे वह परिवार को पैसे भेजें, निवेश करें या पढ़ाई के लिए भेजें358

एनआरआई के लिए क्या चुनौतियां हैं?

  • दोहरे टैक्स का डर: भारत-अमेरिका DTAA (Double Taxation Avoidance Agreement) के तहत यह टैक्स ‘इनकम टैक्स’ नहीं, बल्कि ‘एक्साइज टैक्स’ है, इसलिए टैक्स क्रेडिट नहीं मिलेगा278

  • Compliance और KYC: $5,000 से ज्यादा भेजने पर ट्रांजेक्शन की रिपोर्टिंग अनिवार्य, जिससे ट्रांसफर में देरी और निगरानी बढ़ेगी68

  • निवेश पर असर: एनआरआई अब भारत में रियल एस्टेट, शेयर बाजार, NRE फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश कम कर सकते हैं, जिससे इन सेक्टर्स पर असर पड़ेगा28

  • रोजमर्रा की जरूरतें महंगी: परिवार की हेल्थ, एजुकेशन, होम लोन, इमरजेंसी खर्चों के लिए भेजा जाने वाला पैसा कम हो सकता है7

क्या करें एनआरआई टैक्स बचाने के लिए?

1. ट्रांसफर की टाइमिंग बदलें

  • 2026 से पहले जितना हो सके उतना पैसा भेजें, ताकि नया टैक्स लागू होने से पहले बचत हो सके578

  • बड़े अमाउंट एक साथ भेजने की बजाय, छोटे-छोटे अमाउंट भेजें, ताकि टैक्स इम्पैक्ट को फैला सकें।

2. निवेश की रणनीति बदलें

  • भारत में निवेश की बजाय, अमेरिका में ही निवेश करें—जैसे रियल एस्टेट, स्टॉक्स, म्यूचुअल फंड आदि28

  • भारत में निवेश करने से पहले टैक्स प्लानिंग एक्सपर्ट से सलाह लें।

3. टैक्स और फाइनेंस एक्सपर्ट से सलाह लें

  • दोनों देशों के टैक्स नियमों को समझने वाले प्रोफेशनल्स से सलाह लें8

  • रेमिटेंस के लिए सर्टिफाइड सर्विस प्रोवाइडर चुनें, ताकि टैक्स क्रेडिट का फायदा (अगर मिले) उठा सकें38

4. वैकल्पिक चैनल्स का इस्तेमाल

  • कुछ लोग अनौपचारिक चैनल्स (जैसे हवाला) का सहारा ले सकते हैं, लेकिन यह गैरकानूनी और जोखिम भरा है5

  • हमेशा रेगुलेटेड और लीगल चैनल्स का ही इस्तेमाल करें।

5. कंपनी के साथ पैकेज नेगोशिएट करें

  • अगर आप कॉर्पोरेट जॉब में हैं और US में पोस्टिंग है, तो कंपनी से टैक्स बराबरी (tax equalisation) या रिलोकेशन पैकेज में 3.5% टैक्स शामिल करने की बात करें2

क्या यह टैक्स फाइनल है?

  • 3.5% रेमिटेंस टैक्स वाला बिल अभी अमेरिकी सीनेट में है। अगर वहां पास हो गया, तो 2026 से लागू हो सकता है35

  • अभी भी इसमें बदलाव संभव हैं, इसलिए अपडेट्स पर नजर रखें।

भारत की अर्थव्यवस्था पर असर

  • गांवों और छोटे शहरों में असर: भारत के छोटे शहरों और गांवों में रेमिटेंस से घर चलता है। टैक्स बढ़ने से यहां की अर्थव्यवस्था पर सीधा असर पड़ेगा247

  • रियल एस्टेट और निवेश: एनआरआई की वजह से भारत के रियल एस्टेट और शेयर बाजार में बड़ा पैसा आता है, जो अब कम हो सकता है28

  • सरकार की चिंता: भारत सरकार के लिए यह चिंता का विषय है, लेकिन फिलहाल कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है5

निष्कर्ष

अमेरिका का 3.5% रेमिटेंस टैक्स एनआरआई, H-1B वीजा होल्डर्स और भारतीय प्रवासियों के लिए नई चुनौती है। इससे न केवल व्यक्तिगत फाइनेंस पर असर पड़ेगा, बल्कि भारत की अर्थव्यवस्था, खासकर छोटे शहरों और गांवों में भी बड़ा असर दिखेगा। एनआरआई को अब अपनी रेमिटेंस और निवेश रणनीति में बदलाव लाना होगा, टैक्स एक्सपर्ट से सलाह लेनी होगी और समय रहते पैसे भेजने की प्लानिंग करनी होगी। साथ ही, इस बिल के फाइनल होने तक अपडेट्स पर नजर रखना जरूरी है।


US remittance tax, 3.5% remittance tax, send money to India, NRI tax, Trump remittance bill, money transfer US to India, NRI remittance strategies, excise tax on remittance, Indian immigrants US, save tax on remittance